साहित्यपाटी
छोरा तिमी पुलिस बन!
पारस भट्ट 'प्यासी' बिहीबार, फागुन १०, २०८०
साहित्यपाटी
डरलाग्दो बस्ती!
विष्णु पौडेल लम्साल बिहीबार, फागुन १०, २०८०
साहित्यपाटी
भूतपूर्व मायालाई अन्तिम चिठी!
देवेन्द्र 'चिनार' बिहीबार, फागुन १०, २०८०
साहित्यपाटी
किन होला भन्नथाले बा'ले!
राकेश कार्की बुधबार, फागुन ९, २०८०
साहित्यपाटी
हार!
देवराज तिवारी बुधबार, फागुन ९, २०८०
साहित्यपाटी
मुखिनीको डायरी
वीरेन्द्र कटुवाल मंगलबार, फागुन ८, २०८०
साहित्यपाटी
म हराएको छु 
सुरेश तिमल्सिना मंगलबार, फागुन ८, २०८०
साहित्यपाटी
सरकारी मास्टर!
उषाकिरण मंगलबार, फागुन ८, २०८०
साहित्यपाटी
खै! ऊ कहाँ हरायो
नव राज जोशी सोमबार, फागुन ७, २०८०
साहित्यपाटी
ए सोध्नेहरू!
निकास चन्द 'नितिन' सोमबार, फागुन ७, २०८०
साहित्यपाटी
पिँजडा र चरी
रमा सुवेदी सोमबार, फागुन ७, २०८०
साहित्यपाटी
पाकेटमार मायालु!
निरज पन्त आइतबार, फागुन ६, २०८०
साहित्यपाटी
म छिट्टै फर्कनेछु!
प्रकाश पाण्डे शनिबार, फागुन ५, २०८०
साहित्यपाटी
यो कस्तो प्रेम?
देव नेपाली शुक्रबार, फागुन ४, २०८०
साहित्यपाटी
आमाका पालामा!
गेहनाथ गौतम शुक्रबार, फागुन ४, २०८०
साहित्यपाटी
बुझ्छु बा!
एसिका बानियाँ शुक्रबार, फागुन ४, २०८०
साहित्यपाटी
एकादेशको कथा!
बालकृष्ण 'अज्ञात' बिहीबार, फागुन ३, २०८०
साहित्यपाटी
मलाई किन तिमी आफ्नो लाग्छ?
सबिन केसी बिहीबार, फागुन ३, २०८०
साहित्यपाटी
प्रणय दिवसमा छुटेको प्रेम!
प्रजिता पराजुली बुधबार, फागुन २, २०८०
साहित्यपाटी
म कसरी हराएँ थाहा छ? 
अलवविवाहित मंगलबार, फागुन १, २०८०
साहित्यपाटी
डियर भ्यालेन्टाइन! 
सुरज खनाल मंगलबार, फागुन १, २०८०
साहित्यपाटी
तँ र म!
सुन्दर पन्त मंगलबार, फागुन १, २०८०
साहित्यपाटी
अब त घर आऊ न छोरा!
पुजन गौतम सोमबार, माघ २९, २०८०
साहित्यपाटी
गुलाबको डाँठ!
रामु जोशी सोमबार, माघ २९, २०८०
साहित्यपाटी
गाउँ आई फर्केको बाटो 
सुरेश राई आइतबार, माघ २८, २०८०