यमुना अर्याल (काफ्ले)
यमुना अर्याल (काफ्ले)
ब्लग
नपढेकी केटी बिहे गरेको भए भइहाल्थ्यो नि!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, वैशाख १७, २०७९
ब्लग
प्राइभेट बैंकको जागिरे
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, वैशाख ३, २०७९
ब्लग
'राम्री' बुहारी, 'गरिखाने' ज्वाइँ!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, चैत १२, २०७८
ब्लग
अरूलाई उपदेश दिने, आफ्नो विगत बिर्सिने?
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, फागुन २१, २०७८
ब्लग
पुरूष प्रमुख भए हाकिम, महिला भए नानी!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, माघ १५, २०७८
साहित्यपाटी
सन्तान हुर्काउन जागिर त्यागें तर...
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, पुस १७, २०७८
साहित्यपाटी
'हैसियत' मिलाउन दोस्रो बिहे!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, मंसिर १८, २०७८
ब्लग
तपाईंलाई सन्तान चाहिएको हो कि छोरा?
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, कात्तिक २७, २०७८
ब्लग
'एउटा घर-घडेरी जोड्न नसक्ने कस्तो जागिर खान्छौ?'
यमुना अर्याल (काफ्ले)बुधबार, असोज २०, २०७८
ब्लग
'ज्वाइँ त देउतै छन् नि, के गर्नु छोरो पो...'
यमुना अर्याल (काफ्ले)सोमबार, असोज ११, २०७८
ब्लग
बाउआमाले नसकेका छोरा बुहारीले सुधार्ने! 
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असोज २, २०७८
ब्लग
जागिरे श्रीमानका बेरोजगार श्रीमतीका पीडा!
यमुना अर्याल (काफ्ले)बिहीबार, भदौ २४, २०७८
ब्लग
छोरी पाउने खुसी छन्, आफन्त किन बेखुसी!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असार २६, २०७८
ब्लग
'निर्दयी' सहरले चोट दियो गनी गनी...
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, जेठ ८, २०७८
ब्लग
केटाको 'योग्यता' सोध, जात नसोध!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, फागुन २९, २०७७
ब्लग
‘ज्वाइँ त देउतै छन् नि, के गर्नु छोरो पो...’
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, माघ २४, २०७७
ब्लग
जागिरे ‘गृहिणी’ !
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, माघ ३, २०७७
ब्लग
बालबच्चालाई क्षमताभन्दा बढी दबाव दिने त गरेका छैनौ?
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, मंसिर २०, २०७७
ब्लग
‘दाइले भगाउँदा जोगिने, म भाग्दा काटिने कस्तो 'नाक'?’
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, कात्तिक २२, २०७७
ब्लग
 ‘नानी बिहे गर्ने उमेर भएन र!’ 
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, कात्तिक ८, २०७७
ब्लग
‘दाइजो दिने पैसा छोरीमा लगानी गर्दा के बिग्रिन्छ!’
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असोज १७, २०७७
ब्लग
जागिरे श्रीमानका बेरोजगार श्रीमतीका पीडा!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, भदौ २७, २०७७
ब्लग
‘एउटा घर-घडेरी जोड्न नसक्ने कस्तो जागिर खान्छौ?’
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, साउन ३१, २०७७
साहित्यपाटी
‘अनवान्टेड’ बेबी!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, साउन १७, २०७७
ब्लग
कोरोना त्रास : ज्यान जोगाउने कि जागिर?
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असार २७, २०७७
ब्लग
त्यस्तो भन्न लाज लाउन्न ‘बाहुनी’!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असार ६, २०७७