सञ्चालनमा रहेका २० वाणिज्य बैंकको नाफा ४७ प्रतिशतले बढेको छ। बैंकहरूले सार्वजनिक गरेको गत आर्थिक वर्ष २०८१-०८२ को चौथो त्रैमास सम्मको अपरिष्कृत वित्तीय विवरणले यस्तो देखाएको हो।
आर्थिक वर्ष २०८०-०८१ मा ४६ अर्ब ७४ करोड रूपैयाँ नाफा कमाएका बैंकहरूले आर्थिक वर्ष २०८१-०८२ मा बैंकले ६८ अर्ब ७७ करोड रुपैयाँ नाफा गरेको हो।
केही बैंकहरूको यस्तो नाफामा हजारौं प्रतिशतले बढेको देखिएको छ। कुमारी बैंक र नेपाल बैंकको नाफा हजारौं प्रतिशतले, राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक र प्रभु बैंकको नाफा नौ सय प्रतिशतसम्म बढेको छ।
यी बैंकहरूले आर्थिक वर्ष २०८०-०८१ को विवरणमा अन्तिम लेखा परीक्षण पछिको परिष्कृत वित्तीय विवरण अनुसारको तथ्यांक देखाएकाले पनि नाफामा उछाल देखिएको हो। आर्थिक वर्ष २०८१-०८२ को भने अपरिष्कृत वित्तीय विवरण अनुसारको नाफा हो।
केही बैंकले राष्ट्र बैंकले तोके अनुसार कडाईमा साथ प्रावधान राखिएकोले आर्थिक वर्ष २०८१-०८२ को परिष्कृत वित्तीय विवरण सार्वजनिक हुँदा समेत नाफा रकममा धेरै परिवर्तन नहुने दाबी गरिरहेका छन्।
यसपटक बैंकहरूको नाफा बढ्नुमा चार मुख्य कारण रहेको नेपाल बैंकर्स संघका अध्यक्ष सन्तोष कोइराला बताउँछन्।
राष्ट्र बैंकले दुई करोड रूपैयाँसम्मको कर्जाको भाका सार्न दिएको र बैंकहरूले गैर बैंकिङ सम्पत्ति बिक्री गर्न सकेको कारण नाफा बढ्न गएको कोइरालाले बताए।
त्यस्तै, निर्माण व्यवसायीले सरकारबाट भुक्तानी पाएको र अर्थतन्त्र समेत अघिल्ला वर्षहरूमा भन्दा केही चलायमान भएकाले पनि असुलीमा सुधार भएको उनले जानकारी दिए।
बैंकहरूले अघिल्लो पटक ५५ अर्ब ९८ करोड प्रावधान राखेको यस पटक २८ अर्ब ५९ करोड मात्र राखेका छन्। प्रभु र स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड बैंकले भने यसअघि राखेको प्रावधान रकम समेत फिर्ता ल्याएका (राइटब्याक गरेका) छन्। प्रभु बैंकले दुई अर्ब ५२ करोड रूपैयाँ र स्ट्याण्डर्ड चार्टर्डले तीन करोड रूपैयाँ राइट ब्याक गरेका हुन्।
बैंकहरूको खुद ब्याज आम्दानी भने एक प्रतिशतले घटेको छ। एक खर्ब ९२ अर्ब ६४ करोड रूपैयाँबाट घटेर यस्तो आम्दानी एक खर्ब ९० अर्ब ५३ करोडमा सीमित भएको छ।
बैंकहरूको वितरण योग्य मुनाफा २१ अर्ब ६३ करोड रूपैयाँ छ। बैंकहरूले औसतमा १३.२९ प्रतिशत लाभांश दिन सक्ने देखिन्छ। एभरेष्ट बैंकको यस्तो लाभांश क्षमता सबैभन्दा धेरै छ। बैंकको लाभांश क्षमता ३८.२७ प्रतिशत छ।
बैंकहरूले ब्याज नउठेको कारण यसअघि नियामकीय सञ्चितिमा राखेको कुल १४ अर्ब ५० करोड रूपैयाँ फिर्ता ल्याएपछि लाभांश क्षमता बढेको देखिन्छ। राष्ट्र बैंकको निर्देशन अनुसार बैंकहरू यसअघिसम्म नउठेको ब्याज रकमको ६१ प्रतिशत यसरी नियामकीय सञ्चितिमा राख्नुपर्दथ्यो। अहिले भने बैंकहरूले मात्रै ५१ प्रतिशत बराबर रकम राखे पुग्ने व्यवस्था छ।
यसरी राख्नुपर्ने भन्दा कम राखेपछि उब्रिएको रकम लाभांश वितरणमा समेत प्रयोग गर्न सक्ने छुट दिइएको छ। त्यस्तै,बैंकहरूको खराब कर्जा औसतमा ४.१ प्रतिशत छ। यसअघि ३.६२ प्रतिशत थियो। हिमालयन बैंकको खराब कर्जा सबैभन्दा धेरै ७.२८ प्रतिशत छ। एभरेष्ट बैंकको सबैभन्दा कम ०.३८ प्रतिशत छ। बैंकहरूको औसत प्रतिशेयर आम्दानी १९ रूपैयाँ ०५ पैसा छ।
आर्थिक वर्ष २०८१-८२ को चौथो त्रैमाससम्मको वित्तीय विवरण (रकम करोडमा)
बैंक |
खुद नाफा |
फरक % |
खुद व्याज आम्दानी |
खराब कर्जा अनुपात % |
प्रावधान |
नियामकीय व्यवस्थाबाट ब्याज फिर्ता |
प्रति सेयर आम्दानी % |
वितरण योग्य नाफा रकम |
वितरण योग्य नाफा रकम |
लाभांश क्षमता % |
असार २०८२ |
असार २०८१ |
असार २०८२ |
असार २०८१ |
असार २०८२ |
असार २०८१ |
असार २०८२ |
असार २०८१ |
असार २०८२ |
असार २०८१ |
असार २०८२ |
असार २०८१ |
असार २०८२ |
असार २०८१ |
असार २०८२ |
नबिल बैंक |
७१२ |
६१९ |
१५ |
१६३२ |
१६३१ |
४.२७ |
४.४५ |
२३९ |
४६३ |
६५ |
-२ |
२६.३४ |
२२.९ |
४७७ |
३०८ |
१७.६४ |
राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक |
३८१ |
३५ |
९८९ |
१००८ |
१००३ |
३.५९ |
४.३ |
७१ |
११४ |
२१ |
-१ |
२४.४१ |
१६.३२ |
३० |
-१२२ |
१.९१ |
सिटिजन्स बैंक |
१२९ |
१३२ |
-२ |
६३६ |
५७२ |
४.९४ |
४.१ |
२६७ |
१७२ |
२३ |
-७२ |
८.७६ |
९.३ |
७७ |
६१ |
५.२५ |
कुमारी बैंक |
२११ |
०.४६ |
४५७७० |
११५५ |
१०८० |
६ .४२ |
५. ९६ |
२७९ |
६८४ |
२४१ |
-५१ |
८.०७ |
०.०२ |
-२७९ |
-५३६ |
|
नेपाल इन्भेष्टमेन्ट मेगा बैंक |
४१० |
३२७ |
२५ |
१४१२ |
१५११ |
५.८५ |
४.९१ |
५७ |
५११ |
२३९ |
-१४० |
१२.०४ |
१२.८ |
४९ |
-५६९ |
१.४४ |
ग्लोबल आइएमई बैंक |
६२० |
६१३ |
१ |
१६७१ |
१६८५ |
४.८७ |
४.१७ |
४३० |
३६१ |
१३९ |
-१०७ |
१६.२८ |
१७. |
५३७ |
५० |
१४.११ |
लक्ष्मी सनराइज बैंक |
४११ |
२९२ |
४१ |
११३७ |
१२३६ |
४.२५ |
४.६३ |
११८ |
३५८ |
७२ |
-८४ |
१६.९१ |
१२.५९ |
३०० |
१२४ |
१२.३४ |
माछापुच्छ्रे बैंक |
२०१ |
१०४ |
९३ |
५७५ |
४९८ |
३.८३ |
३.९ |
३५ |
१३९ |
२ |
-४ |
१७.३१ |
८.९९ |
१०७ |
-३५ |
९.२३ |
एनआइसी एसिया बैंक |
१६ |
७० |
-७७ |
१०२५ |
१०७६ |
६.२८ |
३.४५ |
४१४ |
३८० |
४६ |
१ |
१.०८ |
४.७ |
-५२१ |
-२६६ |
|
नेपाल बैंक |
३७७ |
२ |
१८७५० |
१००८ |
८६३ |
४.४७ |
४.३३ |
११३ |
४७५ |
|
३४ |
२५.६८ |
०.१९ |
-४४ |
-९६ |
|
एनएमबी बैंक |
३२८ |
२२४ |
४६ |
८०२ |
७२१ |
३.७२ |
३.४ |
९५ |
२०३ |
५९ |
-४० |
१७.८७ |
१२.२२ |
१९० |
-९३ |
१०.४ |
नेपाल एसबिआई बैंक |
१८० |
१९९ |
-१० |
५२६ |
५०७ |
३.३५ |
१.९६ |
१०२ |
६४ |
१२ |
-३४ |
१६.५४ |
१८.३५ |
१२३ |
११० |
११ |
एभरेष्ट बैंक |
४९१ |
३७० |
३३ |
९१२ |
७६४ |
०.३८ |
०.७ |
१६ |
|
२१ |
-१० |
३७.९९ |
३१.४७ |
४९५ |
३३० |
३८.२७ |
सानिमा बैंक |
२५७ |
२३९ |
८ |
६३५ |
६१८ |
३.०१ |
१.७२ |
१८८ |
१४३ |
३३ |
-१३ |
१८.९३ |
१७.६५ |
२७८ |
१४४ |
२०.४७ |
प्रभु बैंक |
५४४ |
५१ |
९६७ |
७१९ |
११८९ |
४.९६ |
४.९४ |
|
४७१ |
१५२ |
२२ |
२३.१२ |
२.१७ |
१०४ |
-३०२ |
४.४४ |
हिमालयन बैंक |
१५१ |
१२३ |
२३ |
१०४५ |
११६१ |
७.२८ |
४.९८ |
१५३ |
५२६ |
२०३ |
-१९७ |
६.९८ |
५.७२ |
-७१० |
-७४४ |
|
स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड बैंक |
३०२ |
३२७ |
-८ |
४४८ |
५१३ |
१.४७ |
२.१४ |
|
२१ |
३ |
३५ |
३०.१७ |
३४.७ |
१९९ |
२४६ |
१९.८५ |
सिद्धार्थ बैंक |
३३९ |
३०८ |
१० |
८४३ |
७९३ |
२.६ |
२.१७ |
१३१ |
१०५ |
३३ |
-१२० |
२४.१ |
२१.९ |
१८६ |
५८ |
१३.२२ |
प्राइम कमर्सियल बैंक |
४०२ |
३५० |
१५ |
८८२ |
७८८ |
५.५६ |
४.६५ |
१४१ |
१६३ |
५२ |
-६४ |
२०.७४ |
१८.०८ |
२७८ |
९९ |
१४.३३ |
कृषि विकास बैंक |
४१५ |
२८९ |
४४ |
९८२ |
१०५५ |
३.२६ |
३.९ |
१० |
२४५ |
३४ |
-२४ |
२७.६ |
१८.६ |
२८७ |
२१३ |
१८.४२ |
कुल/औसत |
६८७७ |
४६७४ |
४७ |
१९०५३ |
१९२६४ |
४.१ |
३.६२ |
२८५९ |
५५९८ |
१४५० |
|
१९.०५ |
|
२१६३ |
-१०२० |
१३.२९ |